10-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
If you say you have a lot of love for Father Brahma, the sign of that love is for you to love everything Father Brahma loved. Before you perform any action, speak any words or have any thoughts check: Did Father Brahma love this? To give the practical proof...
10-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
यदि कहते हो कि ब्रह्मा बाप से हमारा बहुत प्यार है तो प्यार की निशानी है जिससे बाप का प्यार रहा उससे प्यार हो। जो भी कर्म करो, कर्म के पहले, बोल के पहले, संकल्प के पहले चेक करो कि यह ब्रह्मा बाप को प्रिय है?तो प्यार का प्रैक्टिकल...
9-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Although Father Brahma was in an ordinary body, he was always experienced as being most elevated. Although your actions may be ordinary, let your stage be great. Let there be the impression of an elevated life on your face. Let the Father be experienced through everything you do. Let...
9-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
जैसे ब्रह्मा बाप साधारण तन में होते भी सदा पुरूषोत्तम अनुभव होते थे।कर्म भल साधारण हो लेकिन स्थिति महान हो। चेहरे पर श्रेष्ठ जीवन का प्रभाव हो। हर चलन से बाप का अनुभव हो, ब्रह्मा बाप समान पुरूषोत्तम स्थिति हो - तब कहेंगे बाप समान। – “ॐ शान्ति”।...
8-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Follow Father Brahma in the royalty you saw in his words, activity, face and behaviour. Father Brahma never let his intellect spend time on trivial matters. His attitude towards all souls was always full of good wishes and pure feelings. He constantly saw everyone as an angel. He constantly...
8-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
ब्रह्मा बाप के बोल, चाल, चेहरे और चलन में जो रायॅल्टी देखी - उसमें फालो करो। जैसे ब्रह्मा बाप ने कभी छोटी-छोटी बातों में अपनी बुद्धि वा समय नहीं दिया। उनकी वृत्ति हर आत्मा प्रति सदा शुभ भावना, शुभ कामना वाली रही, दृष्टि से सबको फरिश्ते रूप में देखा।...
7-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
You have become gyani and yogi souls. Now become souls who experiment by experimenting with the powers of knowledge and yoga. Just as some tools of science function with light, in the same way.If your stage is light and your form is double light, you will then easily achieve...
7-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
ज्ञानी-योगी आत्मा तो बने हो अभी ज्ञान, योग की शक्ति को प्रयोग में लाने वाले प्रयोगी आत्मा बनो। जैसे साइन्स के साधनों का प्रयोग लाइट द्वारा होता है। ऐसे साइलेन्स की शक्ति का आधार भी लाइट है। अगर स्थिति और स्वरूप डबल लाइट है तो प्रयोग की सफलता सहज...
6-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Constantly keep in your awareness that you are the stars of the Father’s eyes. “Stars of the eyes” means only points can be in the eyes. Perform every action as a point and you will remain light. Instead of saying “mine”, say “Yours” and you will become double light....
6-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
“सदा स्मृति में रखो कि हम बाप के नयनों के सितारे हैं, नयनों में सितारा अर्थात् बिन्दू ही समा सकता है।बिन्दू बन हर कर्म करो तो लाइट रहेंगे।मेरा के बजाए तेरा कहो तो डबल लाइट बन जायेंगे। स्व उन्नति वा विश्व सेवा के कार्य का भी बोझ अनुभव नहीं...