29-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
परमात्म प्यार इस श्रेष्ठ ब्राह्मण जन्म का आधार है। कहते भी हैं प्यार है तो जहान है, जान है। प्यार नहीं तो बेजान, बेजहान है। प्यार मिला अर्थात् जहान मिला।तो सदा प्यार के सागर में लवलीन रहो। - ॐ शान्ति। ...
28-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
For world transformation, souls who have a powerful, subtle stage are needed, those who can transform many souls with their attitude and elevated thoughts. So, do not have these feelings for just yourself, but also transform others with your good wishes and pure feelings. So, become a world transformer...
28-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
विश्व परिवर्तन के लिए सूक्ष्म शक्तिशाली स्थिति वाली आत्मायें चाहिए। जो अपनी वृत्ति द्वारा श्रेष्ठ संकल्प द्वारा अनेक आत्माओं को परिवर्तन कर सकें। तो सिर्फ स्वयं के प्रति भावुक नहीं लेकिन औरों को भी शुभ भावना, शुभ कामना द्वारा परिवर्तित करो। तो भावना और ज्ञान, स्नेह और योग के...
27-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Never abandon or forget your loving image, your loving face, your loving interactions connections and relationship of love. No matter how fearsome a person, matter or Maya may be, even if they come in front of you in the fiery forms, constantly continue to transform them with the coolness...
27-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
कभी भी अपनी स्नेही मूर्त, स्नेह की सीरत, स्नेही व्यवहार, स्नेह के सम्पर्क-सम्बन्ध को छोड़ना, भूलना मत। चाहे कोई व्यक्ति, चाहे प्रकृति, चाहे माया कैसा भी विकराल रूप, ज्वाला रूप धारण कर सामने आये लेकिन उसे सदा स्नेह की शीतलता द्वारा परिवर्तन करते रहना। स्नेह की दृष्टि, वृत्ति और...
26-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
While serving your lokik relatives, always have the awareness: They are not mine, but they are all the Father’s children. The Father has made me an instrument to serve them. I am not living at home, but at a service place. In Brahmin life, only those who have transformed...
26-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
लौकिक सम्बन्धों में सेवा करते हुए सदा यही स्मृति रहे कि ये मेरे नहीं हैं, सभी बाप के बच्चे हैं। बाप ने इनकी सेवा अर्थ हमें निमित्त बनाया है। घर में नहीं रहते लेकिन सेवा-स्थान पर रहते हैं। मेरा सब तेरा हो गया। शरीर भी मेरा नहीं। मेरे में...
25-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
your own ascending stage is to have unbroken love for the Father. Let nothing except the one Father be visible. Baba in your thoughts, Baba in your words and the Father’s company in your actions. When you stay in the stage of being merged in love in this way...
25-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
सेवा वा स्वंय की चढ़ती कला में सफलता का मुख्य आधार है - एक बाप से अटूट प्यार। बाप के सिवाए और कुछ दिखाई न दे। संकल्प में भी बाबा, बोल में भी बाबा, कर्म में भी बाप का साथ, ऐसी लवलीन स्थिति में रह एक शब्द भी बोलेंगे...
“God creates our fortune and we human souls ourselves who spoil our fortune.”
“It is God alone who awakens our fortune and this is why the memorials of His temples exist all the time.” - Om Shanti ....