“God is One and all the rest are human souls.”

All of this praise belongs to God. Even though people understand all of this, they say that God is everywhere. “I, the soul, am God.” If all are God, then to which God does the praise “Ekomkar” belong? – Om Shanti....

“परमात्मा एक है बाकी सर्व मनुष्य आत्माये हैं”

अब यह सारी महिमा एक परमात्मा की है, अब मनुष्य इतना समझते हुए फिर भी कहते हैं ईश्वर सर्वत्र है। अहम् आत्मा सो परमात्मा है, अगर सभी परमात्मा ठहरे फिर एकोंकार ....यह महिमा किस परमात्मा की करते हैं? - ओम् शान्ति।...

31-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

For 63 births, you wasted all your treasures and now at the confluence age, you have to accumulate all those treasures accurately by using the right method and you will become an embodiment of success and claim the success of perfection. – Om Shanti....

31-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

63 जन्म सभी खजाने व्यर्थ गंवाये, अब संगमयुग पर सर्व खजानों को यथार्थ विधि पूर्वक जमा करो, जमा करने की विधि है-जो भी खजाने हैं उन्हें स्व प्रति और औरों के प्रति शुभ वृत्ति से कार्य में लगाओ।तो सम्पूर्णता की सिद्धि प्राप्त कर सिद्धि स्वरूप बन जायेंगे।- ओम् शान्ति।...

30-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

You can increase your treasure of blessings received from the Father at the confluence age as much as you want. Simply continue to give them to others. Just as the Father is merciful, become as merciful as He is. Since you have to complete the task of serving the...

30-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

संगमयुग पर बाप द्वारा जो वरदानों का खजाना मिला है उसे जितना बढ़ाना चाहो उतना दूसरों को देते जाओ। जैसे बाप मर्सीफुल है ऐसे बाप समान मर्सीफुल बनो, जब थोड़े समय में सारे विश्व की सेवा सम्पन्न करनी है तो तीव्रगति से सेवा करो। जितना स्वयं को सेवा में...

29-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised:25/02/1991.

When you world transformer souls collectively have the thought of transforming the world with your complete and perfect stage, matter will then begin the dance of total upheaval. Along with this, you must have such a high stage of powerful tapasya that everyone has the thought of “transformation” at...

29-5-2022-”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज:25-02-1991.

जब आप विश्व परिवर्तक आत्मायें संगठित रूप में सम्पन्न, सम्पूर्ण स्थिति से विश्व परिवर्तन का संकल्प करेंगी तब यह प्रकृति सम्पूर्ण हलचल की डांस शुरू करेगी। साथ-साथ इतनी पावरफुल तपस्या की ऊंची स्थिति हो जो सबका एक साथ संकल्प हो “परिवर्तन'' और प्रकृति हाजिर हो जाए।- ओम् शान्ति।...

“परमात्मा सुख दाता है न कि दु:ख दाता”

परमात्मा कहते हैं "बच्चे, बिगड़ी हुई तकदीर मैं बनाता हूँ, तो मैं तकदीर को बनाने वाला हूँ। बाकी जो मनुष्य अपने आप विस्मृत करते हैं, वो अपनी तकदीर आपेही बिगाड़ते हैं।" - ओम् शान्ति।...