4-6-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
पुण्य आत्मा वह है जो कभी किसी को न दु:ख दे और न दुख ले, ब्लकि दु:ख को भी सुख के रूप में स्वीकार करे। ग्लानि को प्रशंसा समझे तब कहेंगे पुण्य आत्मा। वह गाली दे और आप फूल चढ़ाओ तब कहेंगे पुण्य आत्मा।- ओम् शान्ति।...
4-6-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
A charitable soul is someone who never causes sorrow or takes sorrow from anyone. Instead, he takes sorrow in the form of happiness and considers defamation to be praise. You can understand that one is a charitable soul. That one may insult you, but just offer flowers to him:...
3-6-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
We are the children and the masters of the Master of the World. Constantly have this Godly intoxication and happiness. Wah my elevated fortune! This is my destiny. Constantly continue to swing in this swing of happiness.You give others the great donation of happiness and make them fortunate. Happiness...
3-6-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
विश्व के मालिक के हम बालक सो मालिक हैं - इसी ईश्वरीय नशे और खुशी में रहो। वाह मेरा श्रेष्ठ भाग्य अर्थात् नसीब। इसी खुशी के झूले में सदा झूलते रहो। औरों को भी खुशी का महादान दे खुशनसीब बनाते हो। आपकी जीवन ही खुशी है। खुश रहना ही...
The real meaning of the word “Om”
We know the meaning of “Om” and this is why we are able to be stable in that form. – Om Shanti....
“ओम्” शब्द का यथार्थ अर्थ
यह तो बुद्धि में निश्चय रखकर चलना है। ओम् का जो अर्थ है उस स्वरूप में स्थित रहना है। - ओम् शान्ति।...
2-6-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
The children who use their Godly sanskars in the task finish their waste thoughts automatically. To make something fruitful means to save it or increase it. Here, you have to make everything worthwhile with your thoughts, words and powerful attitude and you will then become an embodiment of success....
2-6-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
जो बच्चे अपने ईश्वरीय संस्कारों को कार्य में लगाते हैं उनके व्यर्थ संकल्प स्वत: खत्म हो जाते हैं। सफल करना माना बचाना या बढ़ाना।यहाँ तो मन्सा से, वाणी से, शक्तिशाली वृत्ति से अपना सब कुछ सफल करो तो सफलतामूर्त बन जायेंगे।- ओम् शान्ति।...
1-6-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
कई बच्चे कहते हैं मेरा यह गुण है, मेरी शक्ति है, यह भी गलती है, परमात्म देन को मेरा मानना यह महापाप है। मेरी कहना माना मैला होना - यह भी ठगी है, इसलिए इस हद के मेरे-पन को अर्पण कर सदा बाबा शब्द याद रहे, तब कहेगे बेहद...
1-6-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
Some children say, “This virtue of mine”, “My power”. This is a mistake. To consider a gift from God to be yours is a great sin. surrender this limited consciousness of “mine” and constantly remember the word “Baba” and you will then be considered to be a renunciate soul....