”Both souls and the Supreme Soul are eternal, why is God called the Creator?”
You have found God to show you the path of effort. You now have to walk along that path and create your Godly life in a practical way. This is true happiness.– Om Shanti....
“आत्मा और परमात्मा दोनों अनादि हैं तो फिर परमात्मा को रचयिता क्यों कहते हैं?”
परमात्मा मिला है पुरुषार्थ का मार्ग बताने के लिये, अब उस मार्ग पर चल प्रैक्टिकल ईश्वरीय जीवन बनाना, बस यही है सच्चा सुख।- ओम् शान्ति।...
7-08-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised:18-12-1991: “love for the Father is to become equal”
A true server is someone who serves with the consciousness of total surrender. Let there not be the slightest consciousness of “mine” in service. However, wherever you stay, always have the consciousness: “I am an instrument and this is not my home, but a place for doing service”. By...
7-8-2022-”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज:18-1-1992: “स्नेह की निशानी – बाप समान बनना”
सच्चे सेवाधारी वह हैं जो समर्पण भाव से सेवा करते हैं। सेवा में जरा भी मेरे पन का भाव न हो। जहाँ मेरा पन है वहाँ सफलता नहीं। लेकिन कहाँ भी रहते सदा स्मृति रहे कि मैं निमित्त हूँ, यह मेरा घर नहीं लेकिन सेवा-स्थान है तो समर्पण भाव...
6-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “This is a confluence of the Father the Ocean of Knowledge and the Brahmaputra River”
The children who finish their weak attitudes and make a vow to have a pure and elevated attitude see this world as elevated. To have an elevated attitude means that your words and actions will naturally be elevated. The vibrations and atmosphere are created by your attitude. Those who...
6-8-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “ज्ञान सागर बाप और ब्रह्म-पुत्रा नदी का यह संगम”
जो बच्चे अपनी कमजोर वृत्तियों को मिटाकर शुभ और श्रेष्ठ वृत्ति धारण करने का व्रत लेते हैं, उन्हें यह सृष्टि भी श्रेष्ठ नज़र आती है। वृत्ति श्रेष्ठ होना माना वाणी और कर्म स्वत: श्रेष्ठ होना। वृत्ति से ही वायब्रेशन, वायुमण्डल बनता है। श्रेष्ठ वृत्ति का व्रत धारण करने वाले...
5-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Very little time left therefore do spiritual business”
The biggest weakness is body consciousness. The subtle progeny of body consciousness is very big. To sacrifice body consciousness means to surrender the slightest trace (ansh) and also its progeny (vansh). Only those who make such a sacrifice become exceedingly strong.– Om Shanti....
5-8-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “समय बहुत थोड़ा है इसलिए रूहानी धन्धा करो”
सबसे बड़ी कमजोरी है देह-अभिमान। देह-अभिमान का सूक्ष्म वंश बहुत बड़ा है। देह-अभिमान की बलि चढ़ाना अर्थात् अंश और वंश सहित समर्पित होना। ऐसे बलि चढ़ाने वाले ही महाबलवान बनते हैं।- ओम् शान्ति।...
4-8-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “तुम्हें बाप समान रूप बसन्त बनना है”
सबसे सहज और निरन्तर याद का साधन है-सदा बाप के साथ का अनुभव हो। साथ की अनुभूति याद करने की मेहनत से छुड़ा देती है। तो हर कर्म में बाप ऐसा साथी है जो मुश्किल को भी सहज करने वाला है। ऐसे साथी के साथ का सदा अनुभव होता...
4-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “become rup and basant same as the Father.”
The easiest and constant means of having remembrance is constantly to experience the Father’s company. The experience of His company liberates you from having to work hard.If you constantly continue to experience the company of this Companion you will become an embodiment of success. – Om Shanti....