“This Godly knowledge is from the Creator of this world, the Highest of High God is teaching us.”
we have to use this Godly knowledge to create our lives. For this, we need to take power from God. – Om Shanti....
“यह ईश्वरीय ज्ञान सारी सृष्टि का रचता, ऊंचे ते ऊंचा परमात्मा हमको पढ़ाता है।”
इस ईश्वरीय ज्ञान से अपने को अपनी जीवन बनानी है जिस कारण ईश्वर से वो शक्ति लेनी है।
- ओम् शान्ति।...
“What is your real aim?”
People ask for happiness, peace and purity, they can only be attained when they stay fully in yoga..... – Om Shanti....
“अपना असली लक्ष्य क्या है?”
मनुष्य चाहते हैं हमको सुख शान्ति पवित्रता चाहिए, वो भी जब पूर्ण योग होगा तब ही प्राप्ति होगी ....- ओम् शान्ति।...
“Difference between souls and the Supreme Soul.”
There is the one who fulfils the desire and this is why you remember that One. – Om Shanti....
“आत्मा और परमात्मा में फर्क”
जिस द्वारा वो इच्छा पूर्ण होती है वो अवश्य कोई देने वाला है, तभी तो उनको याद किया जाता है। - ओम् शान्ति।...
“This Godly spiritual gathering is not a common gathering.”
A master teaches in a school every day and you earn a degree. In the same way, God in the form of the Guru, Father and Teacher teaches us and enables us to attain the deity status – Om Shanti....
“यह ईश्वरीय सतसंग कॉमन सतसंग नहीं है”
जैसे रोज़ाना स्कूल में मास्टर पढ़ाए डिग्री देता है, वैसे यहाँ भी स्वयं परमात्मा गुरु, पिता, टीचर के रूप में हमको पढ़ाए सर्वोत्तम देवी देवता पद प्राप्त कराते हैं - ओम् शान्ति।...
“The final decision of the many human dictates about God.”
world now knows that God is One. Some believe God to be power, some call Him Kudrat (Wonder). This means that they definitely believe in Him in one form or another...– Om Shanti....
“परमात्मा के बारे में अनेक मनुष्यों की मत का आखरीन फैंसला”
दुनिया जानती है कि परमात्मा एक है, उस ही परमात्मा को कोई शक्ति मानते हैं, कोई कुदरत कहते हैं, मतलब कोई न कोई रूप में जरुर मानते हैं.... - ओम् शान्ति।...