14-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
The main basis of making effort is catching power. You use your silence power to catch your original divine sanskars. For this, constantly have the awareness: I was that and I am becoming that. The more you catch those sanskars, the more you will become that form. - Om...
14-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
पुरुषार्थ का मुख्य आधार कैचिंग पावर है। आप साइलेन्स की शक्ति से अपने आदि दैवी संस्कार कैच करो, इसके लिए सदैव यही स्मृति रहे कि मैं यही था और फिर बन रहा हूँ। जितना उन संस्कारों को कैच करेंगे उतना उसका स्वरूप बनेंगे। - ॐ शान्ति। ...
13-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Five thousand years before today, Bharat was heaven and it was the kingdom of Lakshmi and Narayan. Now there is the kingdom of Ravan over the whole world. He is everyone’s enemy. He is burnt every year and yet he doesn’t die. Bharat’s biggest enemy now is Ravan. -...
13-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
आज से 5 हजार वर्ष पहले भारत स्वर्ग था, लक्ष्मी-नारायण का राज्य था। अभी तो सारे विश्व पर रावण का राज्य है, यही सबका दुश्मन है, जिसको वर्ष-वर्ष जलाते हैं। फिर भी मरता नहीं है। अभी भारत का बड़ा दुश्मन यह रावण है - ॐ शान्ति। ...
12-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
You should ask: When was the original eternal deity religion of Bharat established? These are very delicate matters. Only when they know these things are they able to understand how a new world comes about. There is definitely day and night; it would definitely be half and half. This...
12-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
तो यह पूछना चाहिए कि भारत का आदि सनातन देवी-देवता धर्म कब स्थापन हुआ? यह बहुत नाज़ुक बातें हैं। जब यह मालूम पड़े तब हिसाब लगा सकें कि नई दुनिया थी फिर दिन-रात जरूर होते हैं। आधा-आधा जरूर होगा। यह एक ईश्वरीय लॉ है - ॐ शान्ति। ...
11-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
We ask for peace. Now, how can we have peace here? Peace can only be found in the land of peace. If one person in a family is peaceless, he would make the whole family peaceless. You can find peace in the sweet home. - ॐ Shanti....
11-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
हमको शान्ति चाहिए। अब हमको शान्ति यहाँ कहाँ से आ सकती है? कर्म तो करना है ना? शान्ति तो मिलेगी - शान्तिधाम में। अगर घर में एक अशान्त होगा तो भी सारे घर को अशान्त कर देगा। शान्ति मिलती है - स्वीट होम में। - ॐ शान्ति। ...
10-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Baba comes into Bharat every cycle. Tell everyone this and also invite them. No one knows the knowledge of creation. Therefore, become serviceable and glorify your name. - Om Shanti....
10-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
कल्प-कल्प भारत में बाबा आते हैं। यह सबको बताना है, निमन्त्रण देना है। रचना की नॉलेज को कोई भी जानते नहीं। तो ऐसा सर्विसएबुल बनकर अपना नाम बाला करना चाहिए। - ॐ शान्ति। ...