Category: “DAILY MURLI – दैनिक मुरली”

19-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

The children who have the wealth of all powers experience closeness to the complete and perfect stage. They are the ones who give donations (daan) or blessings (vardaan) to every soul of the world. - Om Shanti ....

19-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

जो बच्चे सर्व शक्तियों के सम्पत्तिवान हैं - वही सम्पन्न और सम्पूर्ण स्थिति के समीपता का अनुभव करते हैं। वे तो विश्व की हर आत्मा को कुछ न कुछ दान वा वरदान देने वाले होते हैं। - ॐ शान्ति। ...

18-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

In the beginning, they had little power of knowledge, but they achieved success on the basis of their renunciation and love.The love of the corporeal one made them co-operative. So now, still surround everyone with the powers of love and renunciation and you will be successful. - Om Shanti...

18-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

जैसे शुरू में नॉलेज की शक्ति कम थी लेकिन त्याग और स्नेह के आधार पर सफलता मिली। साकार स्नेह से ही मन्मनाभव बनें, साकार स्नेह ने ही सहयोगी बनाया। अभी भी त्याग और स्नेह की शक्ति से घेराव डालो तो सफलता मिल जायेगी। - ॐ शान्ति। ...

17-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

God comes and teaches you Raja Yoga and changes you from an ordinary human into Narayan. This is Raja Yoga, not the yoga to become subjects. Your words should always be benevolent. You children have to become very sweet. Baba is sweet, is He not? He accepts the donation...

17-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

भगवान आकर राजयोग सिखाए नर से नारायण बनाते हैं। यह राजयोग है, प्रजा योग नहीं। शुभ बोलना चाहिए। बच्चों को बहुत मीठा बनना है। बाबा मीठा है ना। क्रोध आदि सब दान में ले लेते हैं। बाप कहते हैं - मैं प्यार का सागर हूँ, तुम भी बनो। बड़ा...

16-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

Create such a stage that, at the end, you only remember the one Father and no one else. It should remain in your intellect that all of this is to be destroyed. Correct yourself. Definitely become pure in this last birth. You should have the concern not to commit...

16-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

ऐसी अवस्था बनानी है जो अन्तकाल में एक बाप की याद आये। दूसरा कोई याद न आये, बुद्धि में रहे यह सब विनाश होने वाला है।अपने आप को करेक्ट करना है, इस अन्तिम जन्म में पवित्र जरूर बनना है। डर रखना है कि हमसे कोई पाप कर्म न हो...

15-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

All men and women bow down to the Lakshmi and Narayan idols, but they don’t know who they were, when they came or what they did. Baba has explained that Bharat is an imperishable land because it is also the birthplace of the eternal Supreme Father, the Supreme Soul....

15-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

सभी पुरुष-स्त्री इन लक्ष्मी-नारायण को नमन करते हैं। परन्तु यह नहीं जानते - यह कौन हैं? कब आये, क्या किया? बाप ने समझाया है यह भारत अविनाशी खण्ड है क्योंकि अविनाशी बाप परमपिता परमात्मा की भी जन्म भूमि है। पतित-पावन, सर्व के सद्गति दाता का जन्म स्थान है तो...