19-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Just as sakar father fully willed himself, in the same way, all of you have to will the treasures of your awareness, time and thoughts, that is, you have to use everything according to shrimat for service and you will become a conqueror of attachment and free from bondage....
19-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
जैसे साकार बाप ने पूरा ही अपने को विल किया वैसे आप लोगों की जो स्मृति है, समय और संकल्पों का खजाना है उसे विल करो अर्थात् श्रीमत प्रमाण सेवाओं में लगाओ तो मोहजीत, बन्धनमुक्त बन जायेंगे।– “ॐ शान्ति”।...
18-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
constantly be stable on the seat of a constant and stable stage and reveal your tapaswi form. Let your renunciation of body consciousness and the tapasya of being soul-conscious be visible in every physical organ of yours in a practical way. -Om Shanti ....
18-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
सदा एकरस स्थिति के आसन पर स्थित हो अपने तपस्वी रूप को प्रत्यक्ष करो। आपकी हर कर्मेन्द्रिय से देह-अभिमान का त्याग और आत्म-अभिमानी बनने की तपस्या प्रत्यक्ष रूप में दिखाई दे। - ॐ शान्ति। ...
17-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
सेवाधारी के साथ-साथ त्यागी, तपस्वीमूर्त बनो तब सेवा का प्रत्यक्षफल दिखाई देगा।जो भी संकल्प उठे उसमें हर आत्मा का कल्याण समाया हुआ हो तब कहेंगे सर्व के कल्याणकारी। -ॐ शान्ति। ...
17-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Let benefit for every soul be merged in whatever thought you create and you will then be said to be benevolent to all. -Om Shanti ....
16-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Just as the corporeal father made every action of his a memorial, in the same way, every action of yours will become a memorial when you move along while considering yourself to be an image of support and an image of upliftment. Such elevated actions become memorials. - Om....
16-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
जैसे साकार बाप ने अपना हर कर्म यादगार बनाया ऐसे आप सभी का हर कर्म यादगार तब बनेगा जब स्वयं को आधारमूर्त और उद्धारमूर्त समझकर चलेंगे। ऐसे श्रेष्ठ कर्म ही यादगार बनते हैं। - ॐ शान्ति। ...
15-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
बाप समान वा सम्पूर्ण बनने के लिए सृष्टि की कयामत के पहले अपनी कमजोरियों और कमियों की कयामत करो। कोई भी उलझन का नाम निशान न रहे ऐसा अपने को उज्जवल बनाओ। अस्थियों को भी सम्पूर्ण स्थिति के सागर में समा दो तब कहेंगे समान और सम्पूर्ण। - ॐ...
15-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
In order to become complete and perfect and equal to the Father, destroy your weaknesses and defects before the destruction of the world. Make yourself so bright that no name or trace of any confusion remains. You will then be said to be equal, complete and perfect. - Om...