24-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
तपस्या की सफलता का विशेष आधार वा सहज साधन है - एक शब्द का पाठ पक्का करो। तपस्या अर्थात् एक का बनना, तपस्या अर्थात् मन-बुद्धि को एकाग्र करना। इस एक के पाठ को स्मृति में रखो तो निरन्तर योगी, सहजयोगी बन जायेंगे। मेहनत से छूट जायेंगे।- ओम् शान्ति।...
23-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
According to the situations of the current times in order to have self-progress, to do service at a fast speed and to give a return of BapDada’s love, you very much need to have tapasya at this time. You children have love for the Father, but in return for...
23-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
समय की परिस्थितियों के प्रमाण, स्व की उन्नति वा तीव्रगति से सेवा करने तथा बापदादा के स्नेह का रिटर्न देने के लिए वर्तमान समय तपस्या की अति आवश्यकता है। बाप से बच्चों का प्यार है लेकिन बापदादा प्यार के रिटर्न स्वरूप में बच्चों को अपने समान देखना चाहते हैं।...
22-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised;13/02/1991.
The children who are full of the eight powers use each power for every act according to the time and situation. The eight powers make them especially beloved deities and the eight jewels. Success is merged in every step they take. No situation is able to bring them down...
22-5-2022-”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज:13-02-1991.
जो बच्चे अष्ट शक्तियों से सम्पन्न हैं वो हर कर्म में समय प्रमाण, परिस्थिति प्रमाण, हर शक्ति को कार्य में लगाते हैं। उन्हें अष्ट शक्तियां इष्ट और अष्ट रत्न बना देती हैं। उनके हर कदम में सफलता समाई रहती है। कोई भी परिस्थिति उन्हें श्रेष्ठ स्थिति से नीचे नहीं...
21-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
The children who are knowledge-full and trikaldarshi never get upset.Therefore, always have the awareness that, if after becoming God the Father’s children, you are not happy, then when will you be happy? Those who are happy and content now become close and equal to the Father. – Om Shanti....
21-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
जो बच्चे नॉलेजफुल, त्रिकालदर्शी हैं वे कभी नाराज़ नहीं हो सकते। इसलिए सदैव यह स्मृति रखो कि भगवान बाप के बच्चे बनकर भी राज़ी नहीं होंगे तो कब होंगे! तो अभी जो खुश भी हैं, राज़ी भी हैं वही बाप के समीप और समान हैं।- ओम् शान्ति।...
20-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
A soul who is seated on his immortal throne constantly has spiritual intoxication. So, be seated on your immortal throne and on the heart throne and have this spiritual intoxication. No obstacle or problem will then come in front of you; not even matter or Maya can attack you....
20-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
अकालतख्त नशीन आत्मा सदा रूहानी नशे में रहती है। अकालतख्त नशीन सो दिलतख्तनशीन बनो और इसी रूहानी नशे में रहो तो कोई भी विघ्न वा समस्या आपके सामने आ नहीं सकती। प्रकृति और माया भी वार नहीं कर सकती। तो तख्तनशीन बनना अर्थात् सहज प्रकृतिजीत और मायाजीत बनना।- ओम्...
19-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
An angel means one who doesn’t have any connection of attachment with the old world and old body. The body does have a connection with the soul, but not a connection of attachment. An angel means one who is free from any bondage of karma while performing actions: neither...