“To imbibe is hard work – otherwise knowledge is a matter of a second.”
“To imbibe is hard work - otherwise knowledge is a matter of a second.” - if people were to understand their own souls religion in reality. – Om Shanti ...
“मेहनत धारण करने में बाकी ज्ञान तो सेकण्ड की बात है।”
“मेहनत धारण करने में बाकी ज्ञान तो सेकण्ड की बात है।” - अगर मनुष्य एक सेकेण्ड में सिर्फ अपने स्वधर्म को जान जावें ..... - ओम् शान्ति।...
2-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “God Himself is teaching you.”
Because karma yogi children have the Father’s company as they act, they receive extra help. No matter how difficult some work may be, the Father’s help gives you zeal, enthusiasm, courage and the power to be tireless. Any task that is done with zeal and enthusiasm will definitely be...
2-8-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “पढ़ाने वाला स्वयं निराकार भगवान है”
कर्मयोगी बच्चों को कर्म में बाप का साथ होने के कारण एकस्ट्रा मदद मिलती है। कोई भी काम भल कितना भी मुश्किल हो लेकिन बाप की मदद - उमंग-उत्साह, हिम्मत और अथकपन की शक्ति देने वाली है। जिस कार्य में उमंग-उत्साह होता है वह सफल अवश्य होता है। -...
1-8-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “बहुत मीठा क्षीरखण्ड बनकर रहना है”
मास्टर सर्वशक्तिमान् राजयोगी वह है जो राजा बनकर अपनी कर्मेन्द्रियों रूपी प्रजा को लॉ और आर्डर प्रमाण चलाये। जो मास्टर सर्वशक्तिमान् हैं, उन्हें एक भी कर्मेन्द्रिय कभी धोखा नहीं दे सकती। स्टॉप कहा तो स्टॉप। - ओम् शान्ति।...
1-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Become very sweet like milk and sugar”
A master almighty authority Raja Yogi is one who becomes a self-sovereign and uses all his physical organs according to his law and order. Those who are master almighty authorities cannot be deceived by even one of their physical organs. As soon as you say “Stop”, they stop. ...
“Liberation from karmic bondage”
“Liberation from karmic bondage”- the golden age and it was called the world of flowers. That world is free from karmic bondage, it was a kingdom of deities who were liberated in life. – Om Shanti....
“कर्मबन्धन से रहित जीवनमुक्त”
“कर्मबन्धन से रहित जीवनमुक्त” - आगे का संसार सतयुग था जिसको फूलों की दुनिया कहते हैं। अब वो है कर्मबन्धन से रहित जीवनमुक्त देवी देवताओं का राज्य। - ओम् शान्ति।...
31-7-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “यथार्थ चार्ट प्रगति और परिवर्तन”
जिम्मेवार बाप है, मैं निमित्त मात्र हूँ - यह स्मृति हल्का बना देती है इसलिए अपने पुरूषार्थ का बोझ, सेवाओं का बोझ, सम्पर्क-सम्बन्ध निभाने का बोझ...सब छोटे-मोटे बोझ बाप को देकर हल्के हो जाओ।निमित्त समझने से निर्मानता का गुण भी स्वत: आ जाता है।- ओम् शान्ति।...
31-7-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Accurate chart – progress and transformation”
“The Father is responsible and I am just an instrument in name”: this awareness makes you light. Therefore, hand over all the small and big burdens to the Father: the burden of your effort, the burden of your service, the burden of fulfilling your responsibilities to your connections and...